वित्त मंत्री ने बजट में ‘भारत साझा पुरालेख निधान’ और ‘अमृत धरोहर’ योजना की घोषणा की
नयी दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को अपने बजट भाषण में घोषणा की कि डिजिटल पुरालेख संग्रहालय में एक लाख प्राचीन पुरालेखों के डिजिटलीकरण के साथ ‘भारत साझा पुरालेख निधान’ स्थापित किया जाएगा. सीतारमण ने लोकसभा में बजट प्रस्तुत करते हुए यह भी कहा कि अगले तीन साल में ‘अमृत धरोहर’ योजना लागू की जाएगी जिसमें दलदली जमीन के अधिक से अधिक उपयोग और जैव-विविधता को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जाएगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत ने अनेक सतत विकास लक्ष्यों में महत्वपूर्ण प्रगति की है. संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों ने 2015 में टिकाऊ या सतत विकास के लिए 2030 तक के लक्ष्य निर्धारित किये थे. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, ‘‘दलदली भूमि सतत जैव-विविधता के साथ महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र वाली होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इसके बारे में बात की थी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय समुदाय दलदली भूमि के संरक्षण प्रयासों के लिए हमेशा आगे रहे हैं. सरकार अमृत धरोहर के माध्यम से उनके विशिष्ट संरक्षण मूल्यों को संर्विधत करेगी. इस योजना को अगले तीन साल में लागू किया जाएगा.’’ इस बीच, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने ट्वीट किया, ‘‘विकास, प्रगति और समावेश को प्राथमिकता देने वाले ‘अमृत काल’ बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बहुत-बहुत धन्यवाद.’’ उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल पुरालेख संग्रहालय में एक लाख प्राचीन पुरालेखों के डिजिटलीकरण के साथ ‘भारत साझा पुरालेख निधान’ हैदराबाद में स्थापित किया जाएगा.’’