गोल्डी बरार का नाम कनाडा में 25 सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में

टोरंटो. कनाडा की सरकार ने प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कथित साजिशकर्ता संितदर सिंह बरार उर्फ गोल्डी बरार का नाम मंगलवार को देश के शीर्ष 25 वांछित अपराधियों की सूची में शामिल किया है. जून 2022 में बरार के खिलाफ इंटरपोल रेड नोटिस जारी कराने में भारत को सफलता मिली थी जिसके बाद से वह रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस के लिए वांछित है. नयी दिल्ली में कनाडा के उच्चायोग ने एक बयान में यह बात कही.

‘बोलो (बी ऑन द लुकआउट) कार्यक्रम’ की सूची के अनुसार, टोरंटो के यंग-डुंडास स्क्वायर पर सभी 25 भगोड़ों के साथ बरार का आदमकद कटआउट लगा है. बरार (29) भारत में हत्या, हत्या के प्रयास, हत्या की साजिश और अवैध हथियारों की तस्करी का आरोपी है. हालांकि, सूची में 15वें नंबर पर आने वाले बरार पर किसी इनाम की घोषणा नहीं की गयी है.

गोल्डी बरार 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा पहुंचा था. उसने कथित तौर पर शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी जिनकी 29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. बरार कनाडा में रहते हुए इन अपराधों को अंजाम देने का आरोपी है और उसके खिलाफ इस समय जांच चल रही है, लेकिन कनाडा में उस पर कोई आपराधिक आरोप नहीं है. पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला गोल्डी बरार तब से ही फरार है.

कनाडा में इंटरपोल के रेड नोटिस पुलिस को किसी व्यक्ति को गिरफ्तारी का अधिकार नहीं देते. किसी व्यक्ति को तभी गिरफ्तार किया जा सकता है जब तर्कसंगत आधार हों कि किसी व्यक्ति ने कनाडा में अपराध किया है या कोई कनाडाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. बयान के अनुसार, भारत में बरार द्वारा कथित रूप से किये गये अपराध बहुत गंभीर प्रकृति के हैं और कनाडा पुलिस उनका संज्ञान लेगी.

बयान में कहा गया कि समझा जाता है कि बरार कनाडा में है और उससे जन सुरक्षा को खतरा है. पंजाब पुलिस ने मूसेवाला की हत्या के लिए गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई को जिम्मेदार ठहराया है. गोल्डी बरार का नाम पिछले साल 26 अगस्त को मानसा अदालत में दायर 1850 पन्नों के आरोप-पत्र में है. आरोप-पत्र में एक दर्जन अन्य लोगों के साथ जेल में बंद कुख्यात अपराधियों बिश्नोई तथा जग्गू भगवानपुरिया के नाम हैं.

एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) मूसेवाला हत्याकांड की जांच कर रहा है.
बान ने कहा है कि मुख्य साजिशकर्ता बिश्नोई ने यह कबूल किया है कि अकाली युवा नेता मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए अगस्त 2021 में इसकी साजिश को अंजाम दिया गया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button