प्रवेश वर्मा और नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो, न्यायालय संज्ञान ले: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा कथित तौर पर नफरत फैलाने वाले भाषण (हेट स्पीच) दिए जाने के मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए और उच्चतम न्यायालय को इस मामले का स्वत: संज्ञान लेकर दिशानिर्देश जारी करना चाहिए.

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह सवाल भी किया कि इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा के एक निर्वाचित सांसद ने एक समुदाय विशेष के बहिष्कार की बात की और भीड़ से तालिया बजवाईं. प्रवेश वर्मा ने यह कृत्य देश की राजधानी में किया है. भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने चुन-चुनकर मारने की धमकी दी. ये लोग बार-बार ऐसी बातें करते हैं.’’

सुप्रिया ने दावा किया, ‘‘भाजपा में संदेश है कि जो जितनी नफरत फैलाएगा वह उतना आगे जाएगा. अनुराग ठाकुर जैसे लोग इनके आदर्श हैं. भाजपा और केंद्र सरकार में ऐसे लोग भरे पड़े हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘चुन-चुन कर मारना, दिमाग ठीक करना, पूर्ण बहिष्कार, तबियत दुरुस्त कर देना; अगर ये शब्द नफरत फैलाने वाले नहीं है, तो फिर क्या हैं?’’

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस मामले को 72 घंटे से ऊपर समय हो गया है. नंदकिशोर गुर्जर और प्रवेश वर्मा चुने हुए प्रतिनिधि हैं. इस मामले पर दिल्ली पुलिस क्या कर रही है? इनके खिलाफ प्राथमिकी कब दर्ज होगी?’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई हो. उच्चतम न्यायालय इस मामले का स्वत: संज्ञान ले और दिशानिर्देश जारी करे.’’ सुप्रिया ने सवाल किया, ‘‘प्रधानमंत्री कब तक चुप रहेंगे? क्या नुपुर शर्मा के मामले की तरह वह इसमें भी दूसरे देशों के दबाव में कार्रवाई करेंगे?’’

कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल की कथित चुप्पी को लेकर उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘छोटा रीचार्ज’ हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब दिल्ली में बुलडोजर चलता है, जब दिल्ली में दंगे होते हैं, जब जंतर-मंतर पर काटो-काटो का नारा लगाया जाता है, जब दिल्ली के एक सांसद द्वारा एक समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत फैलाई जाती है, तब केजरीवाल जी मौनव्रत क्यों धारण कर लेते हैं?’’

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