वाराणसी में जुआ खेल रहे लोगों से इंस्पेक्टर ने वसूले 40 लाख: अखिलेश यादव
वाराणसी: पहड़ियां क्षेत्र में एक सनसनीखेज़ वारदात सामने आई है, जिसमें निकटतम थाना के इंस्पेक्टर की मदद से खुद को ओएसडी बताने वाला व्यक्ति द्वारा अपार्टमेंट में जुआ खेल रहे लोगों से 40 लाख रुपये वसूल लिया गया.
वायरल सीसीटीवी फुटेज में अपार्टमेंट से बैग लेकर बाहर निकलता हुआ व्यक्ति और इंस्पेक्टर नजर आ रहे हैं. फिलहाल इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस मामले की जांच की जा रही है.
वाराणसी के पहड़ियां क्षेत्र स्थित अपार्टमेंट में जुआ खेला जा रहा था. तभी फुटेज में दिख रहा एक संदिग्ध व्यक्ति और निकटतम थाने का इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचते हैं. जहां व्यक्ति द्वारा खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर जुआरियों को अर्दब में लिया जाता है. इसके बाद अपार्टमेंट से निकलते हुए इंस्पेक्टर और व्यक्ति का एक फुटेज भी सामने आता है जिसमें साफ तौर पर व्यक्ति के हाथ में एक बैग दिखाई दे रहा है. जानकारी के मुताबिक बैग में 40 लाख रुपये होने का दावा किया जा रहा है.
फिलहाल इस मामले में जब वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है लेकिन मीडिया रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ फुटेज वायरल होने के कुछ ही देर बाद सारनाथ इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता को निलंबित भी कर दिया गया है. वाराणसी पुलिस प्रशासन द्वारा संदिग्ध व्यक्ति की तलाश जारी है.
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के लिए बड़ी चुनौती
पुलिस कमिश्नरेट के क्षेत्राधिकार में आने वाला जनपद वाराणसी बेहद हाई प्रोफाइल शहर माना जाता है. सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस विभाग पर यहां विशेष तौर पर बड़ी जिम्मेदारी होती है. ऐसे में बीते दिनों नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडे द्वारा 42.5 रुपये की डकैती के आरोप के बाद पहड़िया की इस घटना ने खाकी को शर्मसार किया है.
वाराणसी के जुआ कांड को लेकर अखिलेश ने उठाए सवाल
वहीं इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए एक्स पर ट्वीट करके कहा है कि उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी तो नहीं बनी लेकिन लगता है फिल्म की रियल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गई है. सारनाथ में हाई प्रोफाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाई प्रोफाइल जुए में हाई प्रोफाइल स्टाइल में छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारत हो गया. इस फिल्म का क्लाइमेक्स यह है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकट हुई इस वारदात के हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा. यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फिल्म वर्दीवाला लुटेरा.