पापुआ न्यू गिनी, फिजी ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा

पोर्ट मोरेस्बी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पापुआ न्यू गिनी और फिजी ने सोमवार को अपने-अपने देशों के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा. इन दोनों प्रशांत द्वीपीय देशों के सर्वोच्च सम्मान से किसी अन्य देश के व्यक्ति को सम्मानित किया जाना दुर्लभ बात है. मोदी द्विपक्षीय संबंधों में सुधार करने के मकसद से भारत एवं 14 प्रशांत द्वीप देशों के अहम शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे थे.

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘गवर्नमेंट हाउस’ में एक विशेष समारोह में पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर-जनरल सर बॉब डाडे ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘ग्रैंड कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ लोगोहु’ (जीसीएल) से सम्मानित किया. इसने कहा कि यह देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है और पुरस्कार प्राप्त करने वालों को “चीफ” का खिताब दिया जाता है.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘पापुआ न्यू गिनी ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है, जो भारत के लिए अभूतपूर्व सम्मान की बात है.’’ इसने कहा कि पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर जनरल सर बॉब डाडे ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश का सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ लोगोहु’ प्रदान किया. कार्यालय ने कहा कि उन्हें प्रशांत द्वीपीय देशों की एकता और ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए काम करने के कारण यह सम्मान दिया गया है.

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल ंिक्लटन समेत पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) से बाहर से ऐसे कुछेक ही लोग हैं, जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “पापुआ न्यू गिनी द्वारा मुझे ‘कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ लोगोहु’ प्रदान किए जाने से मैं अभिभूत हूं. पुरस्कार प्रदान करने के लिए गवर्नर जनरल सर बॉब डाडे का आभार. यह भारत और हमारे लोगों की उपलब्धियों को एक बड़ी मान्यता है.”

विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘यह सम्मान भारत-पापुआ न्यू गिनी के गहरे संबंधों का प्रतीक है.’’ इससे कुछ ही देर पहले फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ फिजी’ से नवाजा. प्रधानमंत्री मोदी को उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए यह सम्मान दिया गया.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘भारत के लिए एक बड़े सम्मान की बात. मोदी को फिजी के प्रधानमंत्री ने फिजी के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा. उन्हें उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए ‘कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ फिजी’ से सम्मानित किया गया. आज तक फिजी के बाहर के गिने-चुने लोगों को ही इससे सम्मानित किया गया है.’’ विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करके कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह सम्मान भारत के लोगों और फिजी-भारतीय समुदाय की पीढि़यों को सर्मिपत किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच विशेष और स्थिर संबंध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे ‘कम्पैनियन आॅफ द आॅर्डर आॅफ फिजी’ से सम्मानित किए जाने पर मैं फिजी के लोगों और सरकार का आभारी हूं. मैं यह पुरस्कार प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री राबुका को धन्यवाद देता हूं. यह भारत के लोगों का सम्मान करना और भारत एवं फिजी के मजबूत संबंधों को मान्यता देना है.’’ मोदी ने एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन से इतर पलाऊ गणराज्य के राष्ट्रपति सुरंगेल एस व्हिप्स जूनियर के साथ भी एक ‘‘शानदार बैठक’’ की. व्हिप्स ने मोदी को पलाऊ के लोगों के सबसे महत्पूर्ण औजारों में से एक ‘इबाक्ल’ भेंट किया.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इबाक्ल का स्थानीय संस्कृति में बहुत महत्व है और यह नेतृत्व एवं बुद्धिमत्ता का प्रतीक है. इससे पहले मोदी को ‘द आॅर्डर आॅफ अब्दुलअजीज अल सऊद’ (गैर-मुस्लिम गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाने वाला सऊदी अरब का सर्वोच्च सम्मान), ‘स्टेट आॅर्डर आॅफ गाजी अमीर अमानुल्लाह खान’ (अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान), ‘ग्रैंड कॉलर आॅफ स्टेट आॅफ फलस्तीन’ पुरस्कार (विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को दिया जाने वाला फलस्तीन का सर्वोच्च सम्मान) और ‘आॅर्डर आॅफ जायद अवार्ड’ (संयुक्त अरब अमीरात का सर्वोच्च नागरिक सम्मान) से सम्मानित किया चुका है.

इसके अलावा उन्हें ‘आॅर्डर आॅफ सेंट एंड्रयू अवार्ड’ (रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान), ‘द आॅर्डर आॅफ द डिंिस्टगुइश्ड रूल आॅफ निशान इज्जुद्दीन’ (विदेशी गणमान्य हस्तियों को दिया जाने वाला मालदीव का सर्वोच्च सम्मान) और ‘ंिकग हमाद आॅर्डर आॅफ द रीनेसंस’ (खाड़ी देश द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान) से भी नवाजा जा चुका है.

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