राजस्थान के अलवर से अगवा तीन भाइयों में से दो के शव मिले दिल्ली में

जयपुर/नई दिल्ली. राजस्थान के अलवर जिले से 15 अक्टूबर को अगवा किए गए तीन में से दो नाबालिग भाइयों की मंगलवार को दिल्ली में हत्या कर दी गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीसरा किशोर सुरक्षित है और फिलहाल नयी दिल्ली के लाजपत नगर स्थित किशोर गृह में है.

भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार ने बताया कि 15 अक्टूबर की शाम को अलवर के भिवाड़ी से सब्जी विक्रेता ज्ञान सिंह के बेटे अमन (13), विपिन (आठ) और शिवा (सात) का अपहरण कर लिया गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी बच्चों को दिल्ली ले गए थे और रविवार को ज्ञान सिंह को आठ लाख रुपये की फिरौती के लिए फोन किया. उन्होंने बताया, लेकिन इस बीच बच्चों रोने से परेशान होकर आरोपियों ने उनकी हत्या कर दी और शवों को यमुना नदी के पास फेंक दिया.

उन्होंने बताया कि आरोपी महावीर तेली और मांझा कुश्वाहा बच्चों के पड़ोस में रहते थे, इसलिए तीनों बच्चे बिना झिझक अपनी मर्जी से उनके साथ चले गए थे. अधिकारी ने बताया कि हालांकि शिवा (7) हत्या के प्रयास में बच गया और उसे रविवार सुबह होश आया. स्थानीय लोगों ने उसे रोते देखा तो उसे स्थानीय पुलिस थाने पहुंचाया.

इस बीच, पुलिस ने फिरौती मांगने वाले मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों का पता लगाकर उन्हें हिरासत में ले लिया. उन्होंने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी महावीर तेली और मांझा कुशवाहा ने बच्चों की हत्या करने की बात कबूल की. उनकी सूचना पर मंगलवार को दिल्ली में यमुना के पास दो शव मिले हैं.’’ वहीं, दिल्ली पुलिस ने बताया कि रविवार की सुबह अहिंसा स्थल के पास एक बच्चा (5-6 साल का) मिली जिसकी पहचान शिवा के रूप में की गई.

पुलिस उपायुक्त (दिल्ली दक्षिण) चंदन चौधरी ने बताया, ‘‘उसे महरौली पुलिस थाने ले जाया गया. वह अपने नाम और पिता के नाम अलावा कुछ नहीं बता पाया. उसकी पहचान शिवा के रूप में की गई और वह फिलहाल लाजपत नगर के किशोर संरक्षण गृह में हैं.’’ राजस्थान पुलिस के दल के साथ पीड़ित के माता-पिता भी दिल्ली गये हैं.

भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस के अनुसार, आरोपी मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और भिवाड़ी में पीड़ित परिवार के घर के आसपास ही रहते थे. प्राथमिक जांच के अनुसार, आरोपी नशे के आदी हैं. उनमें से एक छोटी दुकान चलाता है जबकि दूसरा एक कारखाने में काम करता है.

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