बोम्मई ने सिद्धरमैया सरकार को भाजपा के खिलाफ 40% कमीशन के आरोप को साबित करने की चुनौती दी

बेंगलुरु. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार से सबूतों के साथ यह साबित करने को कहा कि पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के शासन के दौरान 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की जाती थी. उन्होंने प्रदेश सरकार से भाजपा और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान हुए कथित घोटालों या अनियमितताओं की जांच कराने और सच्चाई सामने लाने का आग्रह भी किया.

ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बोम्मई के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को ’40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार’ का आरोप लगाया था और इसे अपना प्रमुख चुनावी मुद्दा भी बनाया था. बोम्मई ने कांग्रेस द्वारा भाजपा शासन के दौरान कथित घोटालों की जांच कराने की योजना के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ”मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं-वे जांच करा लें. उन्होंने 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगाया है, उन्हें अब इसे सबूतों के साथ साबित करना होगा. मैं मांग करता हूं कि सरकार में होने के नाते कांग्रेस हमें सभी सबूत दे और दिखाएं कि 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की जाती थी.”

यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ”ठेकेदार संघ ने 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगाया था, मैं इसके अध्यक्ष केम्पन्ना को बताना चाहता हूं-वे (कांग्रेस) दावा कर सकते हैं कि कांग्रेस के सत्ता में 40 प्रतिशत कमीशन नहीं है-इसलिए यहां सभी परियोजनाओं में ठेकेदारों की निविदाओं में 40 प्रतिशत कम बोली होगी. यदि वे पहले की तरह समान निविदा राशि जारी रखते हैं, तो इसका मतलब है कि 40 प्रतिशत जारी है.”

बोम्मई ने कहा, ”तो केम्पन्ना की एक बड़ी जिम्मेदारी है, ठेकेदार संघ को अपने सभी ठेकेदारों को अपनी निविदा में 40 प्रतिशत कम बोली लगाने के लिए कहना चाहिए.” पिछले भाजपा शासन के दौरान, राज्य ठेकेदार संघ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सार्वजनिक कार्यों के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन शुल्क का आरोप लगाया था.

यह पूछे जाने पर कि क्या ठेकेदार संघ अब दस्तावेज जारी करेगा, बोम्मई ने कहा, ”करने दीजिए उन्हें… केम्पन्ना ने हालांकि अभी तक ऐसा नहीं किया है, उन्होंने इसे अदालतों में भी नहीं दिया है… लेकिन झूठे प्रचार (भाजपा के खिलाफ) में लिप्त हैं. कांग्रेस को इससे फायदा हुआ.”

पुलिस उप निरीक्षक (पीएसआई) भर्ती घोटाले की जांच कराए जाने के संबंध में उन्होंने कहा, ”उन्हें हर चीज की जांच कराने दें. हमने लोकायुक्त और सीआईडी को उनके (पिछले कांग्रेस) कार्यकाल के दौरान हुए घोटालों के मामले दिए थे…देखते हैं उनके कार्यकाल और हमारे (भाजपा) कार्यकाल में क्या हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए और सच सामने आना चाहिए.” पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को भारी बारिश के कारण हुई मौत पर भी दुख व्यक्त किया और कहा कि मौसम विभाग ने इसकी चेतावनी दी थी, लेकिन यह स्पष्ट है कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने कोई उपाय नहीं किया.

उन्होंने कहा, ”मैं मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं, हमने बेंगलुरु में एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) बनाया है, उन्हें तुरंत संवेदनशील स्थानों पर कार्य में लगाया जाए और उन जगहों पर उपाय किए जाएं जहां आने वाले दिनों में और अधिक बारिश के आसार हैं.”

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