कार से घसीटा गया युवती का शव : मेडिकल बोर्ड करेगा पोस्टमॉर्टम; बाहरी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन

दिल्ली में युवती की सड़क हादसे में मौत : अदालत ने पांच आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेजा

नयी दिल्ली. स्कूटी सवार एक युवती को टक्कर मारने और फिर उसके शव को कार से 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने की घटना के एक दिन बाद बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में सोमवार को लोगों ने प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस बलात्कार के मामले को दुर्घटना मानकर इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल ने इसे “दुर्लभतम अपराध” करार दिया और घटना के जिम्मेदार लोगों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की. वहीं, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि इस “अमानवीय” अपराध से उनका सिर शर्म से झुक गया है.
पुलिस ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों के खिलाफ, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर नए आरोप जोड़े जा सकते हैं.

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. युवती की मौत के जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सुल्तानपुरी थाने के बाहर एकत्र हो गए और यातायात जाम कर दिया. इस घटना का चश्मदीद होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि युवती के शव को डेढ़ घंटे से अधिक समय तक घसीटा गया.

सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में युवती का शव निर्वस्त्र अवस्था में दिखा और उसके पैर भी टूटे थे. इसके बाद ये आरोप भी लगाए जाने लगे कि युवती के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस ने कहा कि यह एक हादसा है. पीटीआई वीडियो की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर पाई. बाद में, केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में सक्सेना से बात की है.

उन्होंने ट्वीट किया, “माननीय उपराज्यपाल से कंझावला की घटना पर बात की. उनसे अनुरोध किया कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, उनके खिलाफ भादंसं की सख्त से सख्त धाराएं लगाई जानी चाहिए. यदि उनके (आरोपियों) उच्च राजनीतिक संबंध हों, तब भी कोई नरमी नहीं दिखाई जानी चाहिए. उन्होंने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया.” दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पुलिस से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या युवती का यौन उत्पीड़न हुआ था और क्या आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है. आयोग ने रविवार को घटना के संबंध में पुलिस को नोटिस जारी किया था.

मालीवाल ने कहा, “मेरे पास दिल्ली पुलिस के लिए कुछ सवाल हैं. क्या आरोपियों ने युवती का यौन उत्पीड़न किया था? क्या उत्पीड़न का विरोध करने के बाद उसे इस तरह मार दिया गया? उसे कार से कितने किलोमीटर तक घसीटा गया? क्या उस रास्ते पर कोई चौकी या ओसीआर वैन तैनात नहीं थी जहां उसे (युवती) घसीटा गया?” आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को उपराज्यपाल सक्सेना के आवास के बाहर धरना दिया और घटना को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की. विधायक आतिशी, सौरभ भारद्वाज और दुर्गेश पाठक सहित आप के लगभग 200 नेता और कार्यकर्ता सिविल लाइंस में राजनिवास के बाहर एकत्र हुए और नारेबाजी की.

उपराज्यपाल के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और क्षेत्र में अवरोधक तथा पानी की बौछार छोड़ने वाले वाहन तैनात किए गए हैं. सक्सेना ने घटना पर हैरानी जताई. उन्होंने रविवार रात एक ट्वीट में कहा, “कंझावला-सुल्तानपुरी में हुए अमानवीय अपराध से मेरा सिर शर्म से झुक गया है और मैं अपराधियों की राक्षसी असंवेदनशीलता से स्तब्ध हूं. घटनाक्रम पर दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ नजर रख रहा हूं और आरोपियों को पकड़ लिया गया है. सभी पहलुओं पर गहराई से जांच की जा रही है.” आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि मामले का एक आरोपी मनोज मित्तल भाजपा नेता है और उसकी तस्वीर वाला एक होर्डिंग स्थानीय थाने के बाहर लगा है जहां वह और उसके अन्य दोस्त फिलहाल बंद हैं.

भाजपा की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख हरीश खुराना ने कहा कि पुलिस ने पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों. सुल्तानपुरी में प्रदर्शन कर रहे लोगों में से एक ने कहा, “ऐसे समय में जब लोग र्सिदयों में भारी-भरकम कपड़े पहने रहते हैं, तो वह (युवती) निर्वस्त्र कैसे मिल सकती है.” खुद को घटना का चश्मदीद बताने वाले दीपक ने कहा कि उन्होंने जब कार और उसके नीचे युवती को देखा तो तुरंत पुलिस को फोन किया और कई किलोमीटर तक कार का पीछा किया.

दीपक ने पीटीआई-भाषा से कहा, “लाश स्पष्ट रूप से कार के नीचे फंसी दिखाई दे रही थी. कार ने कंझावला रोड पर हर कुछ किलोमीटर के बाद यू-टर्न लेते हुए तीन चक्कर लगाए. पुलिस बस मुझे फोन करती रही और पूछती रही कि मैंने शव को कहां देखा है. मैंने तड़के 3.18 बजे पीसीआर कॉल की, हालांकि, घटना के बारे में पहली पीसीआर कॉल एक घंटे पहले बेगमपुर से की गई थी.” लोगों को खाना पहुंचाने वाली एक कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि कंझावाला रोड पर पुलिस अवरोधकों को देखने के बाद कार में सवार लोगों ने यू-टर्न ले लिया.

उन्होंने कहा, “मैं एक आॅर्डर पूरा कर रहा था जब महाराजा अग्रसेन चौक पर एक तेज रफ्तार कार मेरे बेहद करीब से गुजरी. कार में सवार लोगों ने पुलिस अवरोधक को देखने के बाद बहुत तेज गति से यू-टर्न ले लिया और तभी मैंने कार के पिछले हिस्से के नीचे एक लड़की का सिर लटका हुआ देखा.”

पुलिस के मुताबिक, रविवार को बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और उसके शव को 12 किलोमीटर तक घसीटा गया. कार में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि युवती के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मंगोलपुरी के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल भेजा गया है. उन्होंने कहा कि युवती का पैर कार के एक पहिए में फंस गया और वह घिसटती चली गई.

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