‘इंडिया’ गठबंधन ‘भ्रष्टों का समूह’, भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई से जनता खुश: भाजपा
विपक्ष मजबूत होना चाहिए लेकिन इसकी जिम्मेदारी सत्ताधारी पक्ष की नहीं हो सकती: गोयल

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के विपक्षी दलों के आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को उन पर हमला बोला और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भ्रष्ट लोगों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई से जनता ‘खुश’ है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोगों को लगता है कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और मोदी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबले के लिए विपक्षी दलों द्वारा गठित ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘भ्रष्टों का गठबंधन’ है.
उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हम भ्रष्टाचार के दीमक को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे.” उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाले राजनीतिक दलों को लोगों का एक-एक पैसा लौटाना होगा तथा भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे डाला जाएगा.
लोकसभा में सोमवार को मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए उस पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था और घोषणा की थी कि भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी तथा ‘देश को लूटने वालों को’ इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. भाटिया ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री की लड़ाई को 140 करोड़ भारतीय समर्थन दे रहे हैं और वे चाहते हैं कि भ्रष्टाचार रूपी दीमक को जड़ से सामप्त किया जाए.
उन्होंने कहा, ”इसलिए आत्मसम्मान रखने वाले देश के लोग खुश हैं कि अब देश ऐसे प्रधानमंत्री के हाथों में है जो भ्रष्टाचारियों को नहीं छोड़ेंगे तथा जांच एजेंसियां अपना कर्तव्य पूरा कर रही हैं.” भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन से बच रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और धनशोधन के एक मामले में हाल ही में जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जैसे ‘पूरी तरह बेईमान’ लोग देश और इसके लोगों के लिए ‘जहर’ के समान हैं.
उन्होंने कहा, ”जिस गति से प्रधानमंत्री मोदी हमारे देश को आगे ले जा रहे हैं, जनता के धन का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए इस जहर को खत्म करना आवश्यक है. जो कोई भी इस तरह के गलत कामों (भ्रष्टाचार) में लिप्त होता है, उसे सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए.” भाजपा प्रवक्ता ने केजरीवाल पर दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में पूछताछ के लिए उन्हें ईडी द्वारा समन जारी किए जाने पर ‘पीड़ित कार्ड’ खेलने का आरोप लगाया. भाटिया ने कहा कि लोग अब जानते हैं कि वह ‘सबसे भ्रष्ट और बेईमान’ नेता हैं.
उन्होंने कहा, ”कट्टर बेईमान अरविंद केजरीवाल अन्य भ्रष्ट लोगों के साथ सहानुभूति व्यक्त करते हैं. कोई खून का रिश्ता नहीं है (केजरीवाल और सोरेन के बीच). यह एक ऐसा संबंध है जो रक्त से भी गाढ.ा होता है. इसे काले धन का रिश्ता कहा जाता है.” भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ”केजरीवाल आज सोरेन के साथ खड़े हैं क्योंकि उन्होंने भी भ्रष्टाचार किया है और उम्मीद करते हैं कि अगर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है तो बाकी भ्रष्ट उनके समर्थन में खड़े होंगे.”
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के परिवार द्वारा प्रर्वितत ओडिशा स्थित डिस्टिलरी के खिलाफ तलाशी के दौरान आयकर विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर नकदी जब्त किए जाने का जिक्र करते हुए भाटिया ने कहा कि न तो पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और न ही इसके नेताओं-सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस पर एक शब्द कहा है.
उन्होंने कहा, ”यह ‘इंडिया’ गठबंधन या भ्रष्टाचारियों का गठबंधन है… भ्रष्टाचारियों का हाथ है. वे सोचते हैं कि अगर वे सभी एक साथ आ गए तो जांच एजेंसियां डर जाएंगी.” भाटिया ने आरोप लगाया कि जब भ्रष्टाचार की बात आएगी तो कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं कर सकता.
भाजपा नेता ने कहा कि जांच एजेंसियां – ईडी और सीबीआई तथा पुलिस अपना काम कर रही हैं, ईमानदारी की जीत हो रही है और भ्रष्टाचारियों के चेहरे काले किए जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि आदिवासियों और पिछड़े वर्गों सहित देश के लोगों की सेवा करना विपक्षी दलों का लक्ष्य कभी नहीं रहा है तथा उनका मकसद लोगों का एक-एक पैसा लूटना है.
भाटिया ने कहा, ”मई (लोकसभा चुनाव) में सबको पता चल जाएगा कि कौन डरा हुआ है. राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अन्य सभी इंडिया गठबंधन वाले गायब हो जाएंगे. राहुल गांधी (अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ) जहां भी पहुंच रहे हैं, वहां इंडी गठबंधन टूट रहा है या बिखर रहा है.” उन्होंने कहा कि भाजपा चुनावों में शानदार जीत दर्ज करेगी और लगातार तीसरी बार केंद्र में अपनी सरकार बनाएगी. भाटिया ने कहा, ”अगर वे (विपक्ष को) दोहरे अंक में सीट हासिल करते हैं तो यह बड़ी बात होगी.” उन्होंने कहा कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) आगामी आम चुनावों में उत्तर प्रदेश में सभी 80 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करेगा.
विपक्ष मजबूत होना चाहिए लेकिन इसकी जिम्मेदारी सत्ताधारी पक्ष की नहीं हो सकती: गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि विपक्ष को अपने काम से लोगों का दिल जीतने, अपनी स्थिति सुदृढ. करने और फिर संसद में अपनी संख्या बढ.ाने की जरूरत है, लेकिन विपक्ष को मजबूत बनाना सत्तारूढ. पार्टी की जिम्मेदारी नहीं हो सकती है.
संसद के उच्च सदन से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को विदाई देते हुए गोयल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के साथ अपनी यादों को साझा करते हुए सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने जो बातें कही हैं वह दर्शाता है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ कमजोर हो रहा है.
उन्होंने कहा, ”मैं इस बात से सहमत हूं कि विपक्ष को मजबूत होना चाहिए लेकिन यह जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की नहीं हो सकती. यह जिम्मेदारी विपक्ष की होनी चाहिए कि वह मजबूती से अपनी संख्या बढ.ाए. उसे जनता का दिल जीतने की जरूरत है. मुझे लगता है कि भारत की विकास यात्रा में बाधा उत्पन्न करके, भारत के विकास से जलने से, विपक्ष मजबूत नहीं बनेगा.” उन्होंने कहा कि भाजपा नीत सरकार सदन में अच्छी बहस और चर्चा करना चाहेगी ताकि सभी लोग इसमें योगदान दे सकें. गोयल ने कहा कि खरगे ने अपने संबोधन के दौरान देवगौड़ा से जुड़ी कुछ स्मृतियां साझा कीं.
इससे पहले दिन में, खरगे के भाषण के दौरान सदन में कुछ हल्के क्षण और हंसी देखने को मिली जब उन्होंने जनता दल (सेक्युलर) नेता के साथ अपनी वर्षों पुरानी दोस्ती को याद करते हुए कुछ संस्मरण सुनाए. कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए देवगौड़ा की अचानक प्रशंसा पर भी आश्चर्य व्यक्त किया.
गोयल ने कहा, ”कुछ निराशा थी (खरगे की बातों में)… उनका इंडिया गठबंधन कमजोर होता जा रहा है. यह हमारी जिम्मेदारी नहीं हो सकती. यदि देवगौड़ाजी को पता हो कि प्रधानमंत्री जी एक महान दृष्टि के साथ काम कर रहे हैं और देश के हित में महत्वपूर्ण निर्णय ले रहे हैं और इसे एक विकसित देश बना रहे हैं और देवगौड़ा जी और उनकी पार्टी इसमें शामिल हो रहे हैं, तो मेरा मानना है कि उन्हें कोई न कोई पीड़ा है.”
उन्होंने कहा, ”व्यक्तिगत बातचीत होती रहती है. हम सदन में व्यक्तिगत बातचीत को कभी प्रकट नहीं करते हैं. जिस दिन हर कोई इसका खुलासा करना शुरू कर देगा, मेरा मानना है कि कई बड़े नेताओं के लिए स्थिति असहज हो जाएगी.” पूर्व पत्रकार कुमार केतकर ने उच्च सदन के सदस्य के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राज्यसभा के माहौल की आलोचना की.
उन्होंने कहा, ”मैंने अपने पूरे पत्रकारिता करियर में ऐसा ध्रुवीकृत सदन कभी नहीं देखा. यह ध्रुवीकरण नफरत से भरा है. चाहे किसी भी पार्टी की सत्ता रही हो, मैंने कभी ऐसा अनुभव नहीं किया. वह माहौल मुझे पसंद नहीं आया.” केतकर ने कहा कि नई सदी की बात करते समय पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के योगदान को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया. केतकर के जवाब में, धनखड़ ने याद दिलाया कि कुछ सदस्यों ने उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन विपक्ष से किसी ने भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी.
उन्होंने कहा, ”सभापति को किसी राजनीतिक दल का चीयरलीडर कहना कितना निम्न स्तर है. मैं आशा करता था कि आप चीजों के बारे में न्यायसंगत दृष्टिकोण अपनाएंगे. आपने अपनी आंखों के सामने जो देखा उसे नजरअंदाज कर दिया. हमने बातचीत भी की है.” उन्होंने कहा, ” हमें बहुत सी चीजों को पचाना पड़ता है. यदि आप एक पत्रकार के रूप में जाते हैं तो अपनी मेज पर बैठें और पता करें कि सार्वजनिक मंच पर क्या हुआ है और मुझे क्या भुगतना पड़ा है. मुझे यकीन है कि लोग उस पर भी आत्मनिरीक्षण करेंगे.”