कर्ण सिंह ने रीजीजू के हमले को लेकर नेहरू का बचाव नहीं किया: जयराम रमेश

नयी दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कर्ण सिंह ने जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय में पंडित जवाहरलाल नेहरू की भूमिका पर कानून मंत्री किरेन रीजीजू द्वारा निशाना साधे जाने के बाद नेहरू का बचाव नहीं किया. रमेश ने सिंह को लेकर यह टिप्पणी उस वक्त की है जब जम्मू-कश्मीर के पूर्व ‘सद्र-ए-रियासत’ ने राज्य के विलय के संदर्भ में एक अंग्रेजी दैनिक में लेख लिखा है. रमेश का कहना है कि इस लेख में कर्ण सिंह ने अपने पिता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व राजा हरि सिंह का बचाव किया है.

कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया, ‘‘जम्मू-कश्मीर पर ऐसा कोई विद्वतापूर्ण और गंभीर अध्ययन सामने नहीं आया है जो महाराजा हरि सिंह को अच्छी भूमिका में प्रदर्शित करे. वीपी मेनन द्वारा किए गए अध्ययन में भी हरि सिंह को ऐसे नहीं पेश किया गया है कि जिनके साथ कुछ गलत हुआ हो. ऐसे में यह स्वाभाविक है कि कर्ण सिंह ने ‘हिदुस्तान टाइम्स’ में उनका बचाव किया है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इससे हैरानी होती है कि डॉक्टर कर्ण सिंह ने नेहरू पर रीजीजू द्वारा निशाना साधे जाने के बाद नेहरू का बचाव नहीं किया. उन्हीं नेहरू के समर्थन के बिना डॉक्टर कर्ण सिंह वह सब हासिल नहीं कर सकते थे जो उन्होंने किया. इसे उन्होंने 2006 में आई अपनी पुस्तक में स्वीकार किया है.’’

रीजीजू ने हाल ही में कहा था कि अनुच्छेद 370 को लागू करना और पाकिस्तान के साथ विवाद को संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की नेहरू की ‘‘गलतियों’’ ने बहुत नुकसान किया, देश के संसाधनों को खत्म कर दिया और आतंकवाद ने सैनिकों और नागरिकों समेत हजारों लोगों की जान ले ली. कांग्रेस ने इसको लेकर दावा किया था कि रीजीजू को इतिहास का ज्ञान नहीं है.

 

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