गिरता रुपया अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, ठोस कदम उठाये सरकार : खरगे

नयी दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने डॉलर के मुकाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा और कहा कि यह स्थिति देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि अब बयानों से काम नहीं चलेगा और केंद्र सरकार को जल्द ठोस कदम उठाने चाहिए.

खरगे ने ट्वीट किया, “डॉलर के मुकाबले फिर रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर, 83 पार पहुंचा.गिरता रुपया हमारी अर्थव्यवस्था के लिये काफी खतरनाक साबित हो सकता हैं.” उन्होंने कहा, “वित्त मंत्री ने कहा कि रुपया कमजÞोर नहीं हो रहा, डॉलर मजÞबूत हो रहा है.सिर्फ बयानों से काम नहीं चलेगा, केंद्र सरकार को जल्द ही ठोस कदम उठाने होंगे.” विदेशी कोषों की निरंतर निकासी और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के चलते रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे टूटकर 83.06 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर में गिरावट और निवेशकों के जोखिम न लेने की प्रवृत्ति से भी रुपया प्रभावित हुआ.

क्या प्रधानमंत्री महिलाओं के इसी सम्मान की बात कर रहे थे: खरगे

कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वाचित हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने बिल्किस बानो मामले में दोषियों की रिहाई का एक केंद्रीय मंत्री द्वारा बचाव किये जाने पर पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं के लिए इसी सम्मान की बात कर रहे थे. भारत के विकास के लिए महिलाओं का सम्मान महत्वपूर्ण बताने संबंधी प्रधानमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए खरगे ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता परोल पर रिहा दुष्कर्म के एक अन्य मामले के दोषी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं.

खरगे ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिलाओं के लिए सम्मान भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ है. एक कैबिनेट मंत्री बिल्किस बानो मामले में दोषियों की रिहाई का बचाव करते हैं. भाजपा नेता परोल पर बाहर एक अन्य दुष्कर्म दोषी की मेजबानी में हुए कार्यक्रम में भाग लेते हैं. क्या प्रधानमंत्री महिलाओं के लिए इसी सम्मान की बात कर रहे थे.’’

गुजरात के गोधरा में ट्रेन में आग लगाये जाने की घटना के बाद भड़के दंगों के दौरान 21 साल की बिल्किस बानो के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. उस समय वह पांच महीने की गर्भवती थी. दंगों में उसकी तीन साल की बेटी समेत सात परिजन मारे गये थे. इस मामले के 11 दोषी 15 अगस्त को गोधरा उपजेल से बाहर आये थे. गुजरात सरकार ने अपनी माफी नीति के तहत उनकी रिहाई की मंजूरी दी थी.

गुजरात सरकार ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि गृह मंत्रालय ने 11 जुलाई, 2022 के पत्र में 11 दोषियों की समय-पूर्व रिहाई की मंजूरी दी थी. उसने यह भी बताया कि सीबीआई की विशेष अपराध शाखा, मुंबई के पुलिस अधीक्षक और शहर दीवानी तथा सत्र अदालत, ग्रेटर मुंबई के विशेष दीवानी न्यायाधीश ने प्रस्ताव का विरोध किया था. कांग्रेस ने बिल्किस बानो सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों की जल्दी रिहाई को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. विपक्षी दल ने कहा कि यह देश की जनता को तय करना है कि क्या यह कदम सही है.

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