मोदी आम्बेडकर के सच्चे अनुयायी: कोविंद

नयी दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भीमराव आम्बेडकर के सच्चे अनुयायी हैं और वह समाज सुधारक के सपनों को हकीकत में तब्दील करने की दिशा में काम कर रहे हैं. कोविंद ने उन पहलों को गिनाया जिन्हें सरकार ने शिक्षा, श्रमिक कल्याण, महिला सशक्तिकरण और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गयी हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का भी जÞक्रि करते हुए कहा कि ये आम्बेडकर के सपने के अनुरूप ही किया गया है.

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ बाबासाहेब ने संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बाद में, जटिल घटनाक्रम हुआ तो जम्मू- कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया, जो बाबासाहेब की इच्छा के विरुद्ध था.” उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में यह असमानता अगस्त 2019 में मोदी सरकार के प्रयासों के बाद खत्म कर दी गई.

कोविंद ने कहा, ‘‘ यह आदेश बाबासाहेब के आदर्शों को भी पूरा करता है. मैं भाग्यशाली था कि मुझे भारत के राष्ट्रपति के रूप में इस आदेश पर हस्ताक्षर करने का मौका मिला.’’ पूर्व राष्ट्रपति ‘आम्बेडकर एवं मोदी: रिफॉर्मर्स आईडियाजÞ परफॉर्म्स इम्प्लीमेंटेशन’ नामक किताब के विमोचन के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस किताब को ‘ब्लूकार्ट डिजिटल फाउंडेशन’ ने संकलित किया है.
इस कार्यक्रम में भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश के जी बालकृष्ण, ‘ब्लूकार्ट डिजिटल फाउंडेशन’ के निदेशक हितेश जैन, सूचना एवं प्रोद्यौगिकी मंत्री अनुराग ठाकुर और सूचना एवं प्रोद्यौगिकी राज्य मंत्री एल मुरुगन समेत अन्य मौजूद थे.

इससे पहले, बालकृष्णन ने यहां नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय में “लाइफ एवं टाइम्स आॅफ डॉ बीआर आंबेडकर” पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. कोविंद ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जब देश सांप्रदायिकता की चपेट में था, तो नेताओं के एक बड़े वर्ग ने सुझाव दिया कि लोगों को धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए.

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ नेताओं के एक बड़े वर्ग ने कहा कि हमें कहना चाहिए कि हम पहले भारतीय हैं और बाद में ंिहदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हैं. लेकिन बाबासाहेब की सोच उच्च स्तर की थी.’’ कोविंद के मुताबिक, ‘‘उन्होंने (आम्बेडकर) जोर देकर कहा कि हमें कहना चाहिए कि हम पहले भारतीय हैं, बाद में भारतीय हैं और अंत तक भारतीय हैं. भारतीयता ही हमारी असली पहचान है और धर्म, जाति और संप्रदाय का कोई स्थान नहीं है.’’

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ “नरेंद्र मोदी भी पहले भारत की बात करते हैं. जैसा कि बाबासाहेब ने कहा था कि हम पहले भारतीय हैं, बाद में भारतीय और अंत तक भारतीय हैं, प्रधानमंत्री मोदी भी पहले भारत कहते हैं. मोदी बाबासाहेब के सपनों को साकार कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ आज जिस पुस्तक का विमोचन हुआ है वह इस बात का प्रमाण है कि मोदी आम्बेडकर के सच्चे अनुयायी हैं.’’ ठाकुर ने कहा कि जब मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार “अंत्योदय” (कतार में अंतिम व्यक्ति का कल्याण करने) के सिद्धांत पर काम करेगी, जो आम्बेडकर के आदर्शों से अलग नहीं है.

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