मेरा नया भारत भगवा, खंडित, असहिष्णु नहीं होगा: सिब्बल ने प्रधानमंत्री के बयान पर साधा निशाना

नयी दिल्ली. राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईंटों और गोलों से नहीं बल्कि 1.4 अरब लोगों की सोच व आकांक्षाओं के साथ स्वतंत्रता का विचार ”नए भारत” का निर्माण कर सकता है.

मोदी ने रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन को देश की विकास यात्रा में एक ”अमर” क्षण बताते हुए दावा किया था कि यह एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत की सुबह को चिह्नित करेगा जिससे अन्य देशों में विकास को प्रेरणा मिलेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में अपने संबोधन में कहा था कि नया संसद भवन ” नए भारत” की ऊंचाइयां हासिल करने की दिशा में काम करने की आकांक्षाओं तथा संकल्प को दर्शाता है.

सिब्बल ने उद्घाटन समारोह के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा, ” ईंटों और गोलों से नहीं, बल्कि 1.4 अरब लोगों की सोच व आकांक्षाओं के साथ स्वतंत्रता का विचार मेरे नए भारत का निर्माण कर सकता है… जहां नए विचार पनपते हों और हर तरह के रंग बिखरते हों… न कि जो भगवा, खंडित और असहिष्णु हो.” संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की पहली और दूसरी सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे सिब्बल ने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी. समाजवादी पार्टी के समर्थन से सिब्बल राज्यसभा के निर्दलीय सदस्य निर्वाचित हुए थे. उन्होंने हाल में ‘इंसाफ’ नामक एक मंच शुरू किया है. उनके मुताबिक, इस मंच का उद्देश्य अन्याय से लड़ना है.

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