इजराइली सेना ने लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ अभियान में 7 सैनिक की मृत्यु होने की घोषणा की

कोपनहेगन में इजराइली दूतावास के पास दो विस्फोट, कोई हताहत नहीं

दीर अल-बला/कोपनहेगन.  इजराइल ने बुधवार को कहा कि लेबनान में हिजबुल्ला आतंकवादियों के खिलाफ उसका जमीनी अभियान शुरू होने के बाद से दक्षिण लेबनान में उसके सात सैनिक मारे गए हैं. क्षेत्र में तनाव और बढ.ने की आशंका है क्योंकि इजराइल ने एक दिन पहले ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब देने की प्रतिबद्धता जतायी है. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि ये सैनिक दो अलग-अलग घटनाओं में मारे गए.

गाजा में लगभग एक साल से जारी युद्ध अभी भी जारी है और इसका कोई अंत नहीं दिख रहा है. फलस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि बुरी तरह प्रभावित शहर में इजराइली जमीनी और हवाई अभियानों में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 51 लोग मारे गए. हमास के सात अक्टूबर के हमले के बाद युद्ध की शुरुआत होने के लगभग एक साल बाद भी इजराइल ने गाजा में ठिकानों पर हमला जारी रखा हुआ है. इजराइल इन ठिकानों को आतंकवादियों के ठिकाने कहता है.

विभिन्न मोर्चों पर तनाव बढ.ने से पश्चिम एशिया में व्यापक युद्ध की आशंका बढ. गई है, जिसमें ईरान के साथ-साथ अमेरिका भी शामिल हो सकता है. अमेरिका ने इजराइल के समर्थन में इस क्षेत्र में सैन्य साजो-सामान भेज दिया है. वहीं ईरान हिजबुल्ला और हमास का समर्थन करता है. हिजबुल्ला का कहना है कि उसके लड़ाकों की इजराइली सैनिकों के साथ झड़प हुई. हिजबुल्ला को क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र समूह के रूप में देखा जाता है. उसने कहा कि उसके लड़ाकों ने लेबनान के अंदर सीमा के पास दो स्थानों पर इजराइली सैनिकों के साथ संघर्ष किया.

इजराइली सेना ने कहा कि हवाई हमलों द्वारा सर्मिथत जमीनी बलों ने ह्लनजदीकी मुठभेड़ोंह्व में आतंकवादियों को मार गिराया है, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि यह संघर्ष कहां हुआ. इजराइली सेना ने यह भी घोषणा की कि एक सैनिक लेबनान में लड़ाई में मारा गया और वह कमांडो ब्रिगेड का 22 वर्षीय कैप्टन था. यह नवीनतम अभियान की शुरुआत के बाद से इस तरह की पहली मौत है. इजराइली मीडिया ने बताया कि सेना द्वारा सीमा पर हज.ारों अतिरिक्त सैनिक और तोपें भेजे जाने के बाद दक्षिणी लेबनान में थलसेना और टैंक इकाइयां सक्रिय हो गई हैं.

हिजबुल्ला ने कहा कि उसके लड़ाकों ने विस्फोटक उपकरण में विस्फोट करके दक्षिणी लेबनान में इजराइली सैनिकों के एक समूह को घायल कर दिया और मार डाला. लेबनानी सेना ने कहा कि इजराइली सेना सीमापार लगभग 400 मीटर आगे बढ. गई थी और ”थोड़े समय बाद” वापस चली गई.

इजराइली सेना ने लगभग 50 गांवों और कस्बों के लोगों को अवाली नदी के उत्तर के इलाके को खाली करने की चेतावनी दी है, जो सीमा से लगभग 60 किलोमीटर दूर है. यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित उस क्षेत्र के उत्तरी किनारे से बहुत दूर है जिसका उद्देश्य 2006 के युद्ध के बाद इजराइल और हिजबुल्ला के बीच एक ‘बफर जोन’ बनाना था. संघर्ष के तेज होने के कारण सैकड़ों हज.ारों लोग पहले ही अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं.

इजराइल ने कहा है कि वह हिजबुल्ला पर तब तक हमला करता रहेगा जब तक कि लेबनान सीमा के पास घरों से विस्थापित उसके हज.ारों नागरिकों की वापसी सुरक्षित नहीं हो जाती. हिजबुल्ला ने कसम खाई है कि जब तक गाजा में हमास के साथ युद्धविराम नहीं हो जाता, वह इजराइल में रॉकेट दागता रहेगा. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले दो हफ़्तों में इजराइली हमलों में लेबनान में 1,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं और इनमें से करीब एक चौथाई महिलाएं और बच्चे हैं.

इस बीच, इजराइल ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र पर निशाना साधते हुए महासचिव एंटोनियो गुतारेस को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया, अर्थात उनके देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने उन पर ईरानी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं करने का आरोप लगाया.

गुतारेस ने बमबारी के बाद एक संक्षिप्त बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था, ह्लमैं पश्चिम एशिया संघर्ष के विस्तार की निंदा करता हूं, जो लगातार बढ. रहा है. इसे रोकना होगा. निश्चित रूप से युद्ध विराम किये जाने की आवश्यकता है.ह्व इस कदम से इजराइल और संयुक्त राष्ट्र के बीच पहले से ही व्याप्त दरार और गहरी हो गई है. फलस्तीनियों ने गाजा में बड़े पैमाने पर हमले की जानकारी दी.

गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि खान यूनिस में बुधवार सुबह शुरू हुए अभियान में कम से कम 51 लोग मारे गए और 82 घायल हो गए. ‘यूरोपियन हॉस्पिटल’ के रिकॉर्ड से पता चलता है कि मरने वालों में सात महिलाएं और 12 बच्चे शामिल हैं. स्थानीय अस्पतालों के अनुसार गाजा में अलग-अलग हमलों में दो बच्चों समेत 23 अन्य लोग मारे गए. इजराइली सेना ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

निवासियों ने बताया कि इजराइल ने भारी हवाई हमले किए हैं और उसके थल सैनिकों ने खान यूनिस के तीन इलाकों में घुसपैठ की है.
ईरान ने अपने उग्रवादी सहयोगियों पर हमलों का बदला लेने के लिए मिसाइलें दागीं. ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर कम से कम 180 मिसाइलें दागीं. उसने कहा कि यह इजराइल द्वारा हाल के हफ्तों में हिजबुल्ला के खिलाफ किए गए विनाशकारी हमलों का बदला है.

जैसे ही हवाई हमले के सायरन बजने लगे और मिसाइलों की नारंगी चमक रात के आकाश में फैल गई, इजराइली लोग बम आश्रयों की ओर भागने लगे. इजराइली सेना ने कहा कि उसने ईरान की ओर से आने वाली कई मिसाइलों को हवा में नष्ट कर दिया, हालांकि कुछ मिसाइल मध्य और दक्षिणी इजराइल में गिरीं और छर्रे लगने से दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए.

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प जताते हुए कहा कि ईरान ने ”आज रात एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.” अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन इजराइल का ”पूरी तरह से समर्थन” करता है और वह अपने सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं कि उचित प्रतिक्रिया क्या होनी चाहिए. ईरान ने कहा कि वह अपनी संप्रभुता के किसी भी उल्लंघन का जवाब इजराइली बुनियादी ढांचे पर और भी अधिक जबरदस्त हमले करके देगा.

कोपनहेगन में इजराइली दूतावास के पास दो विस्फोट, कोई हताहत नहीं

डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन में इजराइली दूतावास के पास बुधवार तड़के दो विस्फोट हुए, जिसके बाद पास में स्थित यहूदी स्कूल को बंद कर दिया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है और वे इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या विस्फोटों और इजराइली राजनयिक मिशन के बीच कोई संबंध है. उन्होंने यह बताने से इनकार किया कि इस संबंध में किसी को गिरफ्तार किया गया है कि नहीं.

भारी हथियारों से लैस अधिकारी, खोजी कुत्ते और फॉरेंसिक टीम उस क्षेत्र का निरीक्षण कर रही हैं और इलाके को घेर लिया गया है.
डेनमार्क में यहूदी समुदाय के प्रवक्ता माइकल राचलिन ने बताया कि कोपनहेगन का यहूदी स्कूल ‘कैरोलिनस्कोलन’ दूतावास के ठीक सामने स्थित है और यहूदी नववर्ष की छुट्टियों के कारण बृहस्पतिवार और शुक्रवार को बंद था. मामले की जांच की जा रही है.

इस बीच, यहूदी समुदाय ने एक बयान में कहा कि कोपनहेगन शहर के मुख्य प्रार्थनास्थल के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा की गई है.
समुदाय के अध्यक्ष हेनरिक गोल्डस्टीन ने बयान में कहा, ”लोग सार्वजनिक स्थानों पर जाने के दौरान सतर्क रहें.” डेनमार्क के न्याय मंत्री पीटर हम्मेलगार्ड ने ‘टीवी2’ से कहा कि यह घटना ”स्वाभाविक रूप से गंभीर” है. साथ ही उन्होंने कहा कि घटना के कारणों के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

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