नौसेना समुद्र डाकुओं से आक्रामकता के साथ निपट रही है: एडमिरल हरि कुमार

पुणे. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बुधवार को कहा कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में आक्रामकता के साथ समुद्री डाकुओं से निपट रही है और उसने क्षेत्र में युद्धपोत की तैनाती बढ़ा दी है. ‘सीओ2’ आधारित वातानुकूलित संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद आईएनएस शिवाजी पर पत्रकारों के साथ बातचीत में एडमिरल ने यह भी कहा कि जलदस्यु विरोधी कानून भी नौसेना के लिए मददगार रहा है.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में दो अभियानों का संचालन कर रही है जिनमें से एक जलदस्यु विरोधी अभियान है. नौसेना प्रमुख ने कहा, ह्ल जलदस्यु विरोधी अभियान 2008 से जारी है और इससे निपटने के लिए लगातार पोतों की तैनाती की जाती है. युद्धपोतों की तैनाती समुद्री डाकुओं को रोकती है. पिछले साल हमने सोचा की जलदस्युता करीब करीब खत्म हो चुकी है, लेकिन हल में एक भारतीय जहाज और भारतीय चालक दल का अपहरण कर लिया गया.ह्व
उन्होंने कहा, ह्ल हमने तैनाती को बढ़ा दिया है और हम आक्रामकता के साथ उनके पीछे हैं. ह्व कुमार ने कहा कि समुद्री डकैती रोधी अधिनियम 2022 ने नौसेना के हाथों को मजबूत किया है और भारत उन कुछ देशों में से है, जिन्होंने यह कानून बनाया है. ‘सीओ2’ आधारित वातानुकूलित संयंत्र का निर्माण आईआईएससी, बेंगलुरू के सहयोग से देश में ही किया गया है.