
दुबई. सेटेलाइट तस्वीरों से मंगलवार को पता चला कि इजराइल के हमले में ईरान के ‘रेवोल्यूशनरी गार्ड’ के महत्वपूर्ण सैन्य अड्डे को क्षति पहुंचने की संभावना जताई गई है, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइल का निर्माण किया जाता है और उसके अतंरिक्ष कार्यक्रम के तहत रॉकेट प्रक्षेपण के लिए भी इस स्थान का उपयोग किया जाता है.
शाहरूद में सैन्य अड्डे पर हुए नुकसान ने इजराइल द्वारा शनिवार तड़के ईरान पर किए हमले को लेकर नये सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर इसलिए क्योंकि यह हमला ऐसे क्षेत्र में हुआ, जिसे लेकर तेहरान ने पहले कोई बात नहीं कही है. ईरान ने केवल इलम, खुजेस्तान और तेहरान प्रांतों में होने वाले इजराइली हमलों की पहचान की है. उसने ग्रामीण सेमनान प्रांत में हमले के बारे में कुछ नहीं कहा है, जहां सैन्य अड्डा स्थित है.
इस नुकसान से रेवोल्यूशनरी गार्ड की बैलिस्टिक मिसाइलों के निर्माण की क्षमता भी संभावित रूप से प्रभावित होगी, जिनकी उसे इजराइल के खिलाफ जवाबी हमले के लिए आवश्यकता है. ईरान लंबे समय से इस सैन्य अड्डे पर निर्भर रहा है क्योंकि वह पश्चिम के उन उन्नत हथियारों को नहीं खरीद सकता है जिनसे इजराइल और तेहरान के खाड़ी अरब पड़ोसी वर्षों से खुद को लैस कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने इस संबंध में टिप्पणी के अनुरोध पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इजराइली सेना ने भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.



