रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में श्रीकृष्ण जन्मस्थान से भेजे जाएंगे दौ सौ किलो लड्डू

विधानसभा अध्यक्ष ने अजमेर से आठ चपाती बनाने वाली मशीनों को रवाना किया

मथुरा/जयपुर/सूरत. अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर यज्ञ समारोह में ठाकुर जी के भोग लगाने के लिये मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्म स्थान से दो सौ किलो ग्राम लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे. यह जानकारी श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने सोमवार को दी. श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि इसके लिए अयोध्या स्थित कारसेवक पुरम स्थित व्यवस्थापकों से सम्पर्क कर लिया गया है.

शर्मा एवं संस्थान के सदस्य गोपेश्वर चतुर्वेदी ने सोमवार को बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर 16 से 22 जनवरी तक अयोध्या में होने वाले एक सप्ताह के यज्ञ समारोह में ठाकुर जी के भोग लगाने के लिये मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्म स्थान से मकर संक्रांति के दिन विशिष्ट मेवा, मिश्री, केसर एवं ऋतु अनुकूल सामग्री से निर्मित दो क्विंटल लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे. उन्होंने बताया कि लड्डू रथ के रूप में सुसज्जित वाहन से घण्टे-घड़ियाल, शंख, मृदंग आदि की ध्वनि के साथ भगवान राम के जयकारे लगाते हुए ले जाये जाएंगे.

उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान ट्रस्ट के आधा दर्जन सदस्य भी भगवान राम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं. शर्मा एवं चतुर्वेदी ने बताया कि इस दौरान मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भागवत भवन में विराजित श्री कृष्ण एवं राधा रानी की युगल प्रतिमा को भगवान राम एवं माता सीता के स्वरूप में सजाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक ऐसा केवल रामनवमी के दिन ही किया जाता रहा है.

विधानसभा अध्यक्ष ने अजमेर से आठ चपाती बनाने वाली मशीनों को रवाना किया

अयोध्या में लोगों के लिए बनने वाली भोजन प्रसादी में अजमेर की चपाती बनाने वाली आठ मशीने भी रोटियां सेकेंगी. राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सोमवार को अजमेर से हरी झंडी दिखाकर इन मशीनों को अयोध्या के लिये रवाना किया. देवनानी ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की स्थापना होगी. उन्होंने बताया कि सदियों से यह सपना भारतीयों का रहा है.

उन्होंने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह काम होने जा रहा है, भगवान गर्भ गृह में विराजेंगे और यह सभी का सौभाग्य है. उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी विश्व का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल बनने जा रहा है, इस अवसर पर अजमेर वासियों की भी सहभागिता बन रही है. उन्होंने कहा कि अयोध्या की मां सीता भोजनशाला में बनने वाली रोटियों के लिए इन मशीनों को रवाना किया गया है, एक बार में इन आठ मशीनों से 1200 चपातियां बनेगी. उन्होंने कहा कि अजमेर के 50 कार्मिक भी वहां काम कर रहे हैं.

भगवान राम की तस्वीर वाली विशेष साड़ी सूरत से अयोध्या भेजी जाएगी

देश में कपड़े का हब कहे जाने वाले गुजरात के सूरत शहर में तैयार की गयी एक विशेष साड़ी को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भेजा जाएगा. सूरत में कपड़ा उद्योग से जुड़े कारोबारी ललित शर्मा ने कहा कि इस साड़ी पर भगवान राम और अयोध्या मंदिर की तस्वीरें उकेरी गयी हैं और इसे भगवान राम की पत्नी सीता के लिए तैयार किया गया है और इसे रविवार को यहां एक मंदिर में अर्पित किया गया.

शर्मा से विचार-विमर्श कर साड़ी तैयार करने वाले कपड़ा कारोबारी राकेश जैन ने कहा कि यह वस्त्र माता जानकी के लिए बनाया गया है और इसे उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में मंदिर के लिए भेजा जाएगा. शर्मा ने साड़ी भेजने की किसी तारीख का उल्लेख नहीं किया लेकिन कहा कि यह 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंच जाएगी.

उन्होंने कहा, ”पूरी दुनिया में खुशी का माहौल है क्योंकि भगवान राम का कई वर्षों बाद अयोध्या मंदिर में अभिषेक किया जा रहा है. माता जानकी और भगवान हनुमान सबसे ज्यादा प्रसन्न हें.” शर्मा ने कहा, ”उनकी खुशी साझा करते हुए हमने एक विशेष साड़ी तैयार की है जिस पर भगवान राम और अयोध्या मंदिर की तस्वीरें उकेरी गयी हैं. यह साड़ी अयोध्या में राम मंदिर के लिए भेजी जाएगी.” शर्मा ने कहा कि अगर उन्हें कोई अनुरोध मिलता है तो वे भगवान राम के उन सभी मंदिरों में निशुल्क यह साड़ी भेजेंगे जहां माता जानकी भी विराजमान हैं.

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