सुनक-ट्रस के बीच टीवी पर हुई पहली बहस में रहा कांटे का मुकाबला

लंदन. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और विदेश मंत्री लिजÞ ट्रस के बीच टेलीविजÞन पर पहली बार जÞोरदार बहस हुई, जिसमें आर्थिक नीतियों और कर योजनाओं को लेकर बात रखी गई, लेकिन इसमें मंगलवार को साफ तौर पर दोनों में से कोई भी नहीं जीता. बीबीसी पर सोमवार रात को हुई बहस में अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर किये गए जनमत सर्वेक्षण में सुनक को ट्रस से एक फीसदी मत से आगे पाया गया. इसमें सुनक को 39 फीसदी मत मिले, जबकि ट्रस को 38 प्रतिशत वोट हासिल हुए.

बहरहाल, इस सर्वेक्षण में कंजर्वेटिव पार्टी के 47 फीसदी मतदाताओं का कहना था कि विदेश मंत्री ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि 38 फीसदी ने कहा कि सुनक ने अच्छी बहस की. सर्वेक्षण में 1032 ब्रिटिश युवाओं से बातचीत की गई और वे सुनक और ट्रस में से किसी एक का चयन नहीं कर पाए. सर्वेक्षण में विपक्षी लेबर पार्टी के 41 फीसदी मतदाताओं का मानना था कि 42 वर्षीय सुनक ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि 38 प्रतिशत ने ट्रस को पसंद किया.

सर्वेक्षण में शामिल 43 फीसदी लोगों का मानना था कि कंजर्वेटिव पार्टी को सुनक को प्रधानमंत्री पद के लिए चुनना चाहिए, जबकि 41 प्रतिशत लोगों ने कहा कि 47 वर्षीय ट्रस बेहतर हैं. हालांकि, 12 फीसदी लोगों ने कोई राय व्यक्त नहीं की. सुनक अपनी प्रतिद्वंद्वी ट्रस पर प्रधानमंत्री बनने के बाद पहले दिन से कर कटौती करने के वादे को लेकर निशाना साध रहे हैं. सुनक का कहना है, ‘‘ आपने 40 अरब पाउन्ड से अधिक की गैर-वित्तपोषित कर कटौती का वादा किया है – यानी 40 अरब पाउन्ड और उधार लेने पड़ेंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह देश का ‘क्रेडिट कार्ड’ है और इसके लिए हमारे बच्चों, नाती पोतों, यहां सबके बच्चों को भुगतान करना होगा.’’ पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन में कर का बोझ सरकार के अप्रत्याशित स्तर के खर्च का नतीजा है, जो कोविड महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था को ऋणमुक्त रखने के लिए जरूरी था और किसी भी तरह की कर कटौती करने से पहले मंहगाई पर नियंत्रण प्राथमिकता होनी चाहिए.

उन्होंने चेताया कि ट्रस की कर कटौती की योजना लाखों लोगों को परेशानी में डाल देगी और कंजर्वेटिव पार्टी को 2024 में होने वाले अगले आम चुनाव में इसका खामियाजÞा उठाना पड़ेगा. इस बीच, विदेश मंत्री ने कहा कि किसी भी अन्य देश ने इतने कर नहीं लगाए हैं और आरोप लगाया कि सुनक के पास विकास की कोई योजना नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘ इन चांसलर (पूर्व वित्त मंत्री) ने करों को उच्चतर स्तर तक बढ़ाया है, जो 70 साल में सबसे ज्यादा है और अब कहा जा रहा है कि मंदी आ सकती है. आंकड़े सच्चाई बयां कर रहे हैं.’’ कई ंिबदुओं पर बहस तीखी हो गई. मगर इसमें आर्थिक नीतियों पर विभाजन अहम रहा. यह बहस ‘हमारे अगले प्रधानमंत्री’ नामक कार्यक्रम में हुई है, जिसमें दोनों ने चीन को लेकर भी अपना कड़ा रुख जÞाहिर किया और उनके कपड़े पहनने की समझ को लेकर भी बात हुई. दरअसल, सुनक के महंगी चीजÞें पसंद करने को लेकर उनपर सोशल मीडिया पर तंज कसा गया था.

सुनक ने कहा कि वह अपनी पृष्ठभूमि के लिए माफी नहीं मांगेंगे और कहा कि उनके माता-पिता ने कड़ी मेहनत की है तथा उनके तथा उनके भाई-बहनों के लिए बचत की, ताकि वे भले ही महंगी हो, लेकिन अच्छी शिक्षा हासिल कर सकें. ट्रस ने ब्रिटिश-भारतीय पूर्व मंत्री पर कपड़ों की पसंद को लेकर उनके गुट के तंज पर ध्यान न देते हुए कहा कि उन्हें इसमें कोई समस्या नहीं है कि कोई कितने महंगे कपड़े पहनता है और वह सुनक को फैशन को लेकर कोई सलाह नहीं देंगी और कहा कि सुनक जिस तरह के कपड़े पहनते हैं, उसकी वह बड़ी प्रशंसक हैं.

सुनक ने भी ट्रस की तारीफ करते हुए कहा कि वे एक ही टीम से हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह ट्रस की अगुवाई वाली सरकार में काम करेंगे, तो उन्होंने हां में जवाब दिया. ट्रस ने भी कहा कि अगर वह प्रधानमंत्री बनती हैं, तो वह अपनी टीम में सुनक को शामिल करना पसंद करेंगी.

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